भारत के घातक स्टील्थ फाइटर जेट को मिलेगा GE का 'दिल', जानिए क्यों है ये इतनी बड़ी खबर!

भारत के घातक स्टील्थ फाइटर जेट को मिलेगा GE का 'दिल', जानिए क्यों है ये इतनी बड़ी खबर!

भारत के घातक स्टील्थ फाइटर जेट को मिलेगा GE का 'दिल', जानिए क्यों है ये इतनी बड़ी खबर!

सारांश (50 शब्दों में)

जनरल इलेक्ट्रिक (GE) भारत के पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर और तेजस मार्क-1A के लिए इंजन आपूर्ति करने की दौड़ में है। यह डील भारत की रक्षा और स्वदेशी तकनीक को मजबूत करेगी, जिससे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के साथ सहयोग बढ़ेगा। #DefenceIndia


क्यों है ये खबर इतनी खास?

दोस्तों, क्या आपने सुना कि भारत का एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) और तेजस मार्क-1A जल्द ही दुनिया के सबसे आधुनिक इंजनों में से एक से लैस हो सकता है? जनरल इलेक्ट्रिक (GE), जो वैश्विक स्तर पर अपनी तकनीक के लिए मशहूर है, भारत के साथ एक ऐतिहासिक डील की ओर बढ़ रहा है। यह खबर न सिर्फ रक्षा क्षेत्र में गेम-चेंजर है, बल्कि भारत की स्वदेशी रक्षा तकनीक को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का वादा भी करती है। आइए, इसे आसान और रोचक तरीके से समझते हैं!

GE की भारत के साथ डील: क्या है माजरा?

GE के चेयरमैन और सीईओ लैरी कल्प ने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया कि उनकी कंपनी भारत के पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ फाइटर यानी AMCA के लिए इंजन बनाने की रेस में सबसे आगे है। इसके अलावा, वे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को तेजस मार्क-1A के लिए F404 इंजन की डिलीवरी भी तेज कर रहे हैं। यह डील भारत के लिए इसलिए खास है क्योंकि:

  • स्वदेशी रक्षा को बढ़ावा: GE के साथ साझेदारी से भारत में इंजन का उत्पादन शुरू होगा, जिससे मेक इन इंडिया को बल मिलेगा।
  • तकनीकी उन्नतिF414 इंजन, जो AMCA और तेजस मार्क-2 में इस्तेमाल होगा, दुनिया के सबसे उन्नत इंजनों में से एक है।
  • सामरिक महत्व: भारत और अमेरिका के बीच मजबूत रक्षा सहयोग से क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
  • आपूर्ति श्रृंखला में सुधार: GE ने पिछले देरी को सुधारते हुए डिलीवरी में डबल-डिजिट वृद्धि दर्ज की है।

तेजस मार्क-1A और AMCA को क्या बनाएगा खास?

भारत का तेजस मार्क-1A एक हल्का, सुपरसोनिक फाइटर जेट है, जो पहले से ही GE F404 इंजन से संचालित है। लेकिन इस डील से इसे और उन्नत बनाया जाएगा। दूसरी ओर, AMCA एक पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर है, जो रडार से बचने की क्षमता और सुपरक्रूज जैसे फीचर्स के साथ आएगा। GE का F414 इंजन इसे 98 kN की थ्रस्ट देगा, जो इसे और घातक बनाएगा।

GE और HAL का पुराना रिश्ता

GE और HAL का रिश्ता नया नहीं है। 1986 से GE ने तेजस प्रोग्राम के लिए F404 इंजन की आपूर्ति शुरू की थी। अब तक 75 F404 इंजन डिलीवर किए जा चुके हैं, और 99 और ऑर्डर पर हैं। इसके अलावा, F414 इंजन तेजस मार्क-2 और AMCA के लिए पहले से ही चुना जा चुका है। 2023 में दोनों कंपनियों ने एक MoU साइन किया, जिसमें भारत में F414 इंजन के सह-उत्पादन की बात थी।

क्या हैं चुनौतियां और भविष्य की राह?

हालांकि यह डील रोमांचक है, लेकिन कुछ चुनौतियां भी हैं। IAF के चीफ एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने हाल ही में डिलीवरी में देरी की चिंता जताई थी। GE ने मार्च 2025 में पहला F404 इंजन डिलीवर किया, जो दो साल की देरी से था। लेकिन अब GE ने वादा किया है कि 2025 में 12 इंजन और उसके बाद हर साल 20 इंजन डिलीवर किए जाएंगे।

भविष्य में, GE भारत में एक MRO (मेंटेनेंस, रिपेयर, और ओवरहॉल) सुविधा स्थापित करने की योजना बना रहा है, जो भारत को रक्षा तकनीक में आत्मनिर्भर बनाएगा।

यह डील भारत के लिए क्यों जरूरी है?

भारत की वायु सेना को अपनी ताकत बढ़ाने के लिए 42 स्क्वाड्रनों की जरूरत है, लेकिन अभी केवल 31 स्क्वाड्रन हैं। AMCA और तेजस जैसे स्वदेशी जेट्स इस कमी को पूरा करेंगे। GE की तकनीक से भारत न सिर्फ अपनी रक्षा क्षमता बढ़ाएगा, बल्कि क्षेत्रीय शक्तियों जैसे चीन के J-20 जैसे फाइटर जेट्स का मुकाबला भी कर सकेगा।

आपके लिए क्या सीखने लायक है?

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यह डील भारत के लिए एक सुनहरा मौका है। यह न सिर्फ रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता लाएगी, बल्कि नौकरियां और तकनीकी विकास को भी बढ़ावा देगी। अगर आप टेक्नोलॉजी या डिफेंस में रुचि रखते हैं, तो इस तरह की खबरें आपको भारत के उभरते रक्षा उद्योग के बारे में अपडेट रखेंगी।

संदर्भ और स्रोत

यह जानकारी निम्नलिखित विश्वसनीय स्रोतों से ली गई है:

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