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सोने की कीमत पहली बार ₹1 लाख के पार: क्या हैं इस उछाल के कारण?

 

Gold Growth

सोने की कीमत पहली बार ₹1 लाख के पार: क्या हैं इस उछाल के कारण?

भारत ने सोने की कीमतों का इतिहास रच दिया है! 13 जून 2025 को, सोने की कीमत ने पहली बार 10 ग्राम के लिए ₹1 लाख का आंकड़ा पार किया। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर अगस्त गोल्ड फ्यूचर्स 2% बढ़कर ₹1,00,403 प्रति 10 ग्राम तक पहुंचा।


यह उछाल वैश्विक अनिश्चितताओं और निवेशकों की सुरक्षित संपत्तियों की ओर रुचि के कारण हुआ। आइए जानते हैं कि सोने की कीमत में इस तेजी के पीछे क्या कारण हैं और क्या यह निवेश का सही समय है।

सोने की कीमत ₹1 लाख क्यों पहुंची?

सोने ने 2025 में 26% से अधिक की वृद्धि दर्ज की, जो पिछले कुछ वर्षों में सबसे तेज उछाल है। विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक और घरेलू कारक इस रैली को बढ़ावा दे रहे हैं।

  • वैश्विक अनिश्चितता: अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध और ट्रंप की टैरिफ नीतियों ने बाजार में अस्थिरता बढ़ाई।

  • सुरक्षित निवेश की मांग: सोना हमेशा से आर्थिक अनिश्चितता में सुरक्षित निवेश माना जाता है।

वैश्विक टैरिफ और व्यापार युद्ध का असर क्या है?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों ने वैश्विक व्यापार में तनाव बढ़ाया है। इससे निवेशक जोखिम भरे एसेट्स से हटकर सोने की ओर बढ़ रहे हैं।

  • टैरिफ का प्रभाव: अमेरिका ने कई देशों पर टैरिफ लगाए, जिससे वैश्विक मंदी का डर बढ़ा।

  • चीन की जवाबी कार्रवाई: अमेरिका-चीन व्यापार तनाव ने सोने की मांग को और बढ़ाया।

कमजोर अमेरिकी डॉलर का योगदान क्या है?

अमेरिकी डॉलर इंडेक्स (DXY) 100 के स्तर से नीचे गिर गया, जिससे सोना अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सस्ता हो गया। यह सोने की मांग बढ़ाने का एक बड़ा कारण है।

  • डॉलर की कमजोरी: कमजोर डॉलर सोने को अधिक आकर्षक बनाता है।

  • वैश्विक मांग: अन्य देशों के निवेशक सोने में निवेश बढ़ा रहे हैं।

केंद्रीय बैंकों की खरीदारी का क्या प्रभाव है?

विश्व गोल्ड काउंसिल के अनुसार, 2024 में केंद्रीय बैंकों ने 1,037 टन सोना खरीदा। भारत का रिजर्व बैंक भी 2017 से सोने की खरीदारी में सक्रिय है।

  • RBI की रणनीति: रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद भारत ने 2024 में 77 टन सोना खरीदा।

  • वैश्विक रुझान: केंद्रीय बैंक सोने को मुद्रा स्थिरता के लिए खरीद रहे हैं।

क्या अब सोने में निवेश करना चाहिए?

सोने की कीमत ₹1 लाख तक पहुंचने के बावजूद, विशेषज्ञ सतर्क निवेश की सलाह देते हैं। छोटी मात्रा में या कीमत में गिरावट पर निवेश बेहतर हो सकता है।

  • निवेश के विकल्प: गोल्ड ETF, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स, या फिजिकल गोल्ड।

  • सावधानी: उच्च कीमतों पर जोखिम प्रबंधन जरूरी है।

जानकारी की पुष्टि

यह जानकारी द इकनॉमिक टाइम्स, लाइवमिंट, और उपस्टॉक्स जैसे विश्वसनीय स्रोतों से सत्यापित है। सोने की कीमतों की जानकारी MCX और विश्व गोल्ड काउंसिल से ली गई है।

स्रोत:

  • LiveMint

  • Upstox

  • The Financial Express

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

  1. सोने की कीमत ₹1 लाख तक क्यों पहुंची?
    वैश्विक व्यापार तनाव, कमजोर अमेरिकी डॉलर, और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी ने सोने की मांग बढ़ाई।

  2. क्या अब सोने में निवेश सुरक्षित है?
    विशेषज्ञ छोटी मात्रा में या कीमत में गिरावट पर निवेश की सलाह देते हैं।

  3. सोने की कीमत भविष्य में और बढ़ेगी?
    अगर वैश्विक अनिश्चितता और टैरिफ तनाव जारी रहा, तो कीमत ₹1,06,000 तक जा सकती है।